作词 : प्रवीण भारद्वाज 作曲 : डब्बू मलिक खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है मिल के भी नहीं मिलते कैसी मुलाक़ात है मिल के भी नहीं मिलते कैसी मुलाक़ात है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है खोये-खोये दिन हैं... ~ संगीत ~ मौसम छेड़े तो क्या दिल करे दिल से कह दो ना आहें भरे मौसम छेड़े तो क्या दिल करे दिल से कह दो ना आहें भरे हम तो हैं मुश्किल में क्या हो रहा दिल में क्या हो रहा है दिल में बाहर है बरसातें धड़कनों में आग है बाहर है बरसातें धड़कनों में आग है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है खोये-खोये दिन हैं... ~ संगीत ~ क्यों है क्यों है ये दूरी सनम प्यार में ये भी है ज़रूरी सनम क्यों है क्यों है ये दूरी सनम प्यार में ये भी है ज़रूरी सनम हम तो मर जायेंगे अपने दिन आयेंगे अपने दिन आयेंगे जैसा आलम कल था वैसा ही तो आज है जैसा आलम कल था वैसा ही तो आज है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है खोये-खोये दिन हैं तनहा-तनहा रात है बस कुछ दिनों की बात है बस कुछ दिनों की बात है हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म...