मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ, तेरी याद साथ है मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ, तेरी याद साथ है किसीसे कहूँ के नहीं कहूँ, यह जो दिल की बात है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर चुपके इस दिल में तन्हाई पलती है बस याद साथ है ... तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है मैं जहाँ रहूँ, मैं कहीं भी हूँ, तेरी याद साथ है ~ M U S I C ~ कहीं तो दिल में यादों की इक सूली गड़ जाती है कहीं हर एक तस्वीर बहोत ही धुंदली पड़ जाती है कोई नई दुनिया के नये रंगो में खुश रहता है कोई सब कुछ पाके भी यह मन ही मन कहता है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर चुपके इस दिल में तन्हाई पलती है बस याद साथ है ... तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है ~ M U S I C ~ कहीं तो बीते कल की जड़े, दिल में ही उतर जाती है कहीं जो धागे टूटे तो, मालायें बिखर जाती हैं कोई दिल में जगह नई बातों के लिये रखता है कोई अपनी पलकों पर यादों के दिये रखता है कहने को साथ अपने एक दुनिया चलती है पर चुपके इस दिल में तन्हाई पलती है बस याद साथ है ... तेरी याद साथ है तेरी याद साथ है