[00:11.21] |
तू चले संग चले सभी गुल |
[00:16.44] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[00:33.52] |
तू चले संग चले सभी गुल |
[00:38.67] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[00:44.36] |
है ऐसा लगे वहाँ रोज़ खिले गुल |
[00:47.45] |
जहां तेरा आना जाना |
[00:49.80] |
है ऐसा लगे गुल ग़लती से बन गए |
[00:53.41] |
रब ने था तुझे बनाना |
[00:56.23] |
ये महका मौसम, हुस्न का आलम |
[00:59.48] |
है तेरी ही परछाई |
[01:02.06] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[01:07.81] |
तू चले संग चले सभी गुल |
[01:13.29] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[01:19.56] |
~Sargam~ |
[01:44.64] |
तू जाने ना.. ना जाने ना..माने |
[01:51.61] |
जाना तेरा ख़याल, जाना तेरा क्या हाल |
[01:54.29] |
तेरे जिया की ताल सुरमयी |
[01:56.92] |
आँखों में है शबाब, जैसे खिले गुलाब |
[02:00.00] |
देखे ऐसे ही ख़वाब हम कई |
[02:02.91] |
तेरे आने से यार ऐसा आया निखार |
[02:05.81] |
जैसे आई बहार हो नयी |
[02:08.41] |
तेरे होंठों के जाम पीलूँ सुबह शाम |
[02:11.51] |
तू तो मेरा ही नाम हो गयी |
[02:14.31] |
मेरी दुनिया में तूने है रंग भरा |
[02:17.17] |
मेरे साथ ये दुनिया देख ज़रा |
[02:19.81] |
मेरी तू ही तो है प्यारी दुनिया |
[02:22.25] |
सारी दुनिया मेरे हमकदम |
[02:25.81] |
तू चले संग चलें सभी गुल |
[02:31.09] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[02:37.02] |
है ऐसा लगे वहाँ रोज़ खिलें गुल |
[02:39.98] |
जहां तेरा आना जाना |
[02:42.47] |
है ऐसा लगे गुल ग़लती से बन गए |
[02:45.78] |
रब ने था तुझे बनाना |
[02:48.04] |
ये महका मौसम, हुस्न का आलम |
[02:50.99] |
है तेरी ही परछाई |
[02:53.98] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[03:32.99] |
दूर खिले रंग कौनसा रंग तेरा है बतलाना |
[03:38.92] |
लो हाथ से छूटा दिल, रंग तेरे मैंने रंग है जाना |
[03:44.87] |
महक गयी है ले खुशबू, महका तेरा जो है ये आँचल |
[03:50.32] |
फूलों की तू है रानी या फिर तू है कोई संदल |
[03:55.84] |
धीमी धीमी बातें सहज सुगम मौसम |
[04:01.38] |
पिया मेरे ऐसे मौसम अब आएंगे हरदम |
[04:08.11] |
तू जो मुझे हासिल, नैना करे झिलमिल |
[04:13.79] |
साथी तेरे होने से है खुशियों के या काफ़िले |
[04:19.25] |
तू चले संग चले सभी गुल |
[04:24.30] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[04:30.32] |
है ऐसा लगे गुल ग़लती से बन गए |
[04:33.40] |
रब ने था तुझे बनाना |
[04:35.71] |
है ऐसा लगे वहाँ रोज़ खिलें गुल |
[04:39.23] |
जहां तेरा आना जाना |
[04:41.71] |
ये महका मौसम, हुस्न का आलम |
[04:44.60] |
है तेरी ही परछाई |
[04:47.52] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[04:53.14] |
तू चले.. संग चलें सभी गुल |
[04:58.36] |
अपना है ये ख़याल, अपना है ये ख़याल |
[05:06.78] |
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